एक तनावग्रस्त आदमी प्रेम नहीं कर सकता है

एक तनावग्रस्त आदमी प्रेम नहीं कर सकता है क्यों


क्योंकि तनावग्रस्त आदमी सदा उद्देश्य से प्रयोजन से जीता है। वह धन कमा सकता है लेकिन प्रेम नहीं कर सकता। क्योंकि प्रेम प्रयोजन.रहित है। प्रेम कोई वस्तु नहीं है। तुम उसे संगृहीत नहीं कर सकतेए तुम उसे बैंक.खाते में नहीं रख सकते हो। तुम उससे अपने अहंकार की पुष्टि नहीं कर सकते हो। सच तो यह है कि प्रेम सब से अर्थहीन काम है उससे आगे उसका कोई अर्थ नहीं है उससे आगे उसका कोई प्रयोजन नहीं है। प्रेम अपने आप में जीता है किसी अन्य चीज के लिए नही